अमित शाह ने राहुल गांधी से पूछा- MSP का फुल-फॉर्म पता है; हरियाणा में जमकर गरजे, PM-Kisan के किसानों के लिए बड़ा ऐलान
Home Minister Amit Shah Rewari Haryana Election Rally Vidhan Sabha Chunav
Amit Shah Haryana Rally: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का चुनावी प्रचार जोरों पर है। पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। आज शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में 3 रैलियां कीं। सबसे पहले अमित शाह ने रेवाड़ी में रैली को संबोधित किया। फिर इसके बाद अंबाला के मुलाना पहुंचे और फिर लाडवा में रैली को संबोधित किया। लाडवा सीट से सीएम नायब सैनी बीजेपी के उम्मीदवार हैं। इसलिए यह हॉट सीट है और बीजेपी व सीएम सैनी की इज्जत यहां दांव पर है।
कांग्रेस-राहुल गांधी पर जमकर गरजे
अपनी तीनों ही रैलियों में गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर गरजते हुए नजर आए। अमित शाह ने MSP के मुद्दे पर राहुल गांधी को घेर लिया। कांग्रेस की तरफ से हरियाणा में MSP पर गारंटी कानून बनाने की बात कही गई है। अमित शाह ने कहा कि, राहुल बाबा को अभी किसी NGO ने पकड़ा दिया है कि MSP बोलने से वोट मिल जाएंगे। लेकिन मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि, MSP का फुल-फॉर्म मालूम है क्या आपको? MSP किसको कहते हैं पता है क्या? रबी की फसलें कौन सी है और खरीफ की कौन सी हैं। मालूम है क्या?
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, पूरे देश में कांग्रेस की जो सरकारें चल रही हैं वो MSP के नाम पर किसानों से झूठ बोलना बंद करें। बीजेपी की हरियाणा सरकार MSP पर 24 फसलें खरीद रही है। हरियाणा में कांग्रेस नेता एक बार बता दें देश में आपकी कौन सी सरकार 24 की 24 फसलें खरीदती है? लेकिन एकमात्र बीजेपी की ही सरकार है कि किसान जो भी अपने खेतों में बोते हैं। उसे एमएसपी पर खरीदने का काम करती है।
अमित शाह ने अपने सम्बोधन में हरियाणा के किसानों के लिए एक और बड़ा ऐलान किया। शाह ने कहा कि, हरियाणा में बीजेपी की सरकार बना दो। बीजेपी सरकार बनने पर पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को मिलने वाले 6000 रुपए बढ़ाकर सालाना 10,000 रुपए कर दिये जाएंगे। यानि अभी किसानों के खातों में साल में कुल 6000 रुपये आ रहे हैं। वो 4 हजार बढ़कर 10 हजार हो जाएंगे।
अग्नीवीरों को लेकर राहुल गांधी पर बरसे अमित शाह
हरियाणा की धरती से गृह मंत्री अमित शाह अग्नीवीरों को लेकर राहुल गांधी पर खूब बरसे। शाह ने कहा कि, ये कांग्रेस हमेशा सेना का अपमान करती है। यही कांग्रेस पार्टी है जिसने सेना अध्यक्ष को गुंडा कहने का दुस्साहस किया था। कांग्रेस ने कभी सेना का सम्मान नहीं किया और भ्रांतियां फैलाने का काम किया। अमित शाह ने कहा कि, कांग्रेस के लोग अभी भी एक भ्रांति फैला रहे हैं कि अग्निवीर से जो बच्चे वापस आएंगे उन्हें वैसे ही छोड़ दिया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि, मैं वादा कर रहा हूं हरियाणा का एक भी अग्निवीर पेंशन वाली नौकरी के बिना नहीं रहेगा। भारत सरकार और हरियाणा सरकार मिलकर जितने भी अग्निवीर आएंगे सभी को पक्की पेंशन वाली सरकार नौकरी देने का निर्णय लिया है। अमित शाह ने कहा कि, राहुल गांधी को अफवाह फैलाने के अलावा और कोई काम नहीं है।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव-2024 के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग
हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। जबकि वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। यानि 8 अक्टूबर के दिन उम्मीदवारों की तकदीर और बदलती तस्वीर का निर्णय हो जाएगा। साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि हरियाणा की जनता ने अबकी बार किसको सत्ता सौंपी है। गौरतलब है कि, इलेक्शन कमीशन (ECI) ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के शेड्यूल में बदलाव किया था। इलेक्शन कमीशन (ECI) की ओर से नया शेड्यूल जारी किया गया. इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी और 4 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किया जाना था।
हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं। वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।
हरियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव
हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।
किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।
लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।
इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।